💉CBC test आमतौर पर किया जाने वाला एक सामान्य ब्लड टेस्ट है, जोकि इंफेक्शन, बुखार,थकान, कमजोरी, सूजन या कोई चोट, खून की कमी, केंसर, एनीमिया, और पॉलिसाइथिमिया जैसी समस्याओं का पता लगाने के लिए किया जाता है। CBC टेस्ट को हेमोग्राम टेस्ट के नाम से भी जाना जाता है।
इसके अलावा यदि किसी को कोई बीमारी है तो उस बीमारी का निदान और निगरानी के लिए भी CBC जांच की जाती है। CBC टेस्ट के माध्यम से आपके पूरे स्वास्थ्य का अंदाजा लगाया जा सकता है।
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| CBC TEST |
CBC या हेमोग्राम टेस्ट क्या है|CBC test in hindi
CBC test का पूरा नाम कंप्लीट ब्लड काउंट टेस्ट है, कंप्लीट ब्लड काउंट (CBC) एक सामान्य रक्त परीक्षण है, जिसमें रेड ब्लड सेल (RBC), व्हाइट ब्लड सेल (WBC) और प्लेटलेट्स (Platelets) को मापकर आपके संपूर्ण स्वास्थ्य का मूल्यांकन किया जाता है। और संक्रमण, एनीमिया और ल्यूकेमिया जैसी कई विभिन्न प्रकार की बीमारियों का पता लगाया जा सकता है।CBC test करने करने के लिए सुई से आपकी बाजु में से रक्त निकाला जाता है और आपके रक्त के कई घटकों और विशेषताओं को मापा जाता है। जिसमें हीमोग्लोबिन (Hb) , रेड ब्लड सेल (RBC), व्हाइट ब्लड सेल (WBC) जिसे हम TLC, DLC भी कहते हैं, प्लेटलेट्स (Platelets), PCV, और MCV जैसे कई घटकों का टेस्ट किया जाता है।
आइए विस्तार में जानते हैं CBC टेस्ट के बारे में :-
1. हीमोग्लोबिन (Hb) टेस्ट
हीमोग्लोबिन आपके रेड ब्लड सेल (RBC) में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है। जो आपके शरीर के अंगों और ऊतकों को ऑक्सीजन पहुंचाता है। इसकी नॉर्मल वैल्यू पुरुषों में 13.5 से 17.5 g/dL और महिलाओं में 12.0 से 15.5 g/dL होती है। यदि आपका हीमोग्लोबिन का स्तर सामान्य से कम है तो आपको एनीमिया हो सकता है।2. रेड ब्लड सेल (RBC) टेस्ट
रेड ब्लड सेल, को एरिथ्रोसाइट्स भी कहा जाता है, यह अस्थि मज्जा (Bone Marrow) में बनते हैं। रेड ब्लड सेल में हीमोग्लोबिन नामक प्रोटीन होता है, जो आपके पूरे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाता है। RBC की नॉर्मल वैल्यू 4 से 5.5 million/cu mm के बीच होती है।- रेड ब्लड सेल (RBC) बढ़ने के कारण :- यदि RBC की मात्रा 7 million/cu mm से ज़्यादा बढ़ने लगती है, तो यह बीमारी का संकेत हो सकता है, जिसमें Red Bone Marrow का कैंसर, एंफिसेमा, Congenital heart disease, और Ayerza’s disease जैसी बीमारियां शामिल हैं।
- रेड ब्लड सेल (RBC) के कम होने का कारण :- रेड ब्लड सेल आमतौर पर एनीमिया और गर्भावस्था में कम हो जाता है।
3. WBC या TLC और DLC टेस्ट
व्हाइट ब्लड सेल (WBC) जिसे ल्यूकोसाइट्स भी कहा जाता है। ल्यूकोसाइट्स (WBC) हमारे शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं और हमें संक्रमण से बचाते हैं।WBC या ल्यूकोसाइट्स की नॉर्मल वैल्यू 4000 से 11000 / cu mm होती है। जिसे हम टोटल ल्यूकोसाइट्स काउंट यानी TLC कहते हैं। WBC या ल्यूकोसाइट्स 5 प्रकार के होते हैं, जिसमें Neutrophils, Eosinophils, Basophils, Monocytes, और Lymphocytes शामिल है, जिसे हम DLC कहते हैं।
A. TLC बढ़ने का कारण Infections, immune disorder, leukemia, injury, pregnancy, allergic reactions, inflammation, और corticosteroids जैसी कुछ दवाईयां भी हो सकती है।
B. DLC बढ़ने के कारण :-
- Neutrophils :- संक्रमण, चोट, सूजन, कुछ दवाएं और कुछ प्रकार के ल्यूकेमिया जैसी स्थिति में न्यूट्रोफिल का स्तर बढ़ जाता है।
- Eosinophils :- पैरासाइट संक्रमण, एलर्जी और अस्थमा के कारण ईोसिनोफिल का स्तर बढ़ जाता है।
- Basophils :- बेसोफिल का स्तर थायरॉयड की बीमारी या चिकेनपॉक्स और smallpox जैसी कुछ अन्य चिकित्सा स्थितियों के कारण बढ़ सकता है।
- Monocytes :- मोनोसाइट्स का स्तर टीवी, सिफीलिस, मलेरिया और काला अजार जैसी बीमारियों में बढ़ जाता है।
- Lymphocytes :- टीवी, डिप्थीरिया, हेपेटाइटिस, मम्प्स, सिफीलिस और थायरोटोक्सीकोसिस जैसी बीमारियों में लिम्फोसाइट का स्तर बढ़ जाता है।
4. प्लेटलेट्स (Platelets) टेस्ट
प्लेटलेट्स आपके रक्त के थक्के को बनाने में मदद करता है। जिससे कि चोट या घाव से ज़्यादा खून ना निकले। प्लेटलेट्स की नॉर्मल वैल्यू 150000 से 450000/cu mm होती है।• प्लेटलेट्स (Platelets) के कम होने के कारण :-
प्लेटलेट्स (Platelets) के कम होने का कारण संक्रमण, ल्यूकेमिया, छोटी माता, चेचक, लाल बुखार, डेंगू , और टायफॉयड जैसी बीमारियां हो सकती है।• प्लेटलेट्स (Platelets) के बढ़ने का कारण :-
एलर्जी, रक्तस्राव, स्प्लेनेक्टोमी और घाव या चोट के कारण प्लेटलेट्स का स्तर बढ़ सकता है।5. PCV या हेमेटोक्रिट (Hematocrit) टेस्ट
PCV या हेमेटोक्रिट आपके रक्त में द्रव घटक, या प्लाज्मा (Plasma) में रेड ब्लड सेल (RBC) का अनुपात बताता है। PCV या हेमेटोक्रिट की नॉर्मल वैल्यू 36 से 50% के बीच होती है।- PCV या हेमेटोक्रिट के बढ़ने का कारण :- डीहाइड्रेशन, डेंगू शॉक सिंड्रोम और रेड ब्लड सेल की मात्रा बढ़ने के कारण PCV या हेमेटोक्रिट का स्तर बढ़ सकता है।
- PCV या हेमेटोक्रिट के कम होने का कारण :- गर्भावस्था, रक्तस्राव और एनीमिया में PCV या हेमेटोक्रिट का स्तर कम होने लगता है।
6. MCV टेस्ट
MCV को मीन कॉर्पसकुलर वॉल्यूम कहते हैं। MCV टेस्ट में आपके रेड ब्लड सेल (RBC) के आकार को मापा जाता है। MCV की नॉर्मल वैल्यू 77 से 99 fL होती है। MCV की मात्रा बढ़ने का कारण एनीमिया, थैलेसीमिया, विटामिन B12 और फोलिक एसिड की कमी हो सकती हैं।CBC टेस्ट की नॉर्मल रेंज
| CBC TEST | NORMAL RANGE |
|---|---|
| Haemoglobin | Male = 13-16 gm/dL Female= 12-15 gm/dL |
| Total leukocyte Count (TLC) | 4000 - 11000 uL |
| Neutrophils | 40-70% |
| Lymphocytes | 20-45% |
| Monocytes | 1-10% |
| Eosinophils | 0-6% |
| Basophils | 0.5 - 1% |
| Red blood cells | 3.80 to 5.80 millions/cu.mm |
| Platelet count | 150000 to 400000 /mcL |
| PCV | 36 - 50% |
| M.C.V | 77 - 99 FL |
| M.C.H | 27 - 32 pg |
| M.C.H.C | 30 - 35 gm/dL |
| RDW | 11-15 |
